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सरकारी धान खरीद में टोकेन सिस्टम समाप्त किया गया

  पीलीभीत। सरकारी धान खरीद केंद्रों पर ऑनलाइन टोकन जारी करने की व्यवस्था शासन ने समाप्त कर दी है। अब किसान ऑनलाइन पंजीकरण कराकर अपना धान क्रय केंद्रों पर बेंच सकेंगे। इसका आदेश बरेली के खाद्य नियंत्रक जोगिंदर सिंह ने जारी किया है। देखें आदेश की प्रति- टोकन की जिस व्यवस्था की काफी तारीफ की जा रही थी उसे समाप्त करना लोगों के गले नहीं उतर रहा है। कुछ लोग इसे किसानों के हित में मान रहे हैं तो कुछ लोगों का कहना है कि इसका सीधा लाभ अब व्यापारियों को मिलेगा क्योंकि किसानों पर अधिकांश धान समाप्त होने की कगार पर है। 
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पर्यटन वाला पीलीभीत

सुंदरता भरपूर है दिल लेती है जीत। जिला पर्यटन वाला अपना सुंदर पीलीभीत। सुंदर पीलीभीत बीच चूका का आला। गोमति मां का उद्गम सुंदर डैम निराला । यहां बाइफरकेशन नहरों में जल भरता। बाघ, हिरन, जल-जंगल में बिखरी सुंदरता।।

स्वप्न समर्थन मूल्य, कृषक है काफी आरत। उसकी सुने न कोई देश वो अपना भारत।।

भारत में अब कृषक को, सूंघ रहा है साँप। नरई कोई फूंकता, पकड़ रहे हो आप।। पकड़ रहे हो आप, रपट फौरन करवाते। वे लगते क्या जौन, पटाखे रोज बनाते।। स्वप्न समर्थन मूल्य, कृषक है काफी आरत। इनकी सुने न कोई देश वो अपना भारत।। रचनाकार-सतीश मिश्र "अचूक"

किसान बोले-"इतने सख्त कानून तो अंग्रेजी हुकूमत में भी नही थे" हैं भी तो सिर्फ किसानों के लिए ही क्यों?

आज की तारीख में भारत के कानून किसानों को काफी परेशान किए हुए हैं। वे अपने खेत में पराली जलाते हैं तो तुरंत ही एफ आई आर दर्ज कर दी जाती है। जुर्माना लगाने जेल भेजने जैसी उत्पीड़न कार्रवाई भी इसमें शामिल है।  इससे अच्छा था अंग्रेजों का जमाना बुजुर्गों का कहना है कि इतने सख्त कानून तो अंग्रेज भी किसानों के लिए नहीं लेकर आए थे जितना आज की हुकूमत अपना रही है। किसान पराली वाले इस आदेश के खिलाफ धरना प्रदर्शन तो कर ही रहे हैं कोर्ट जाने की भी तैयारी कर रहे हैं। यह बात अलग है कि पर्यावरण प्रदूषित होना बताकर उन्हें वहां से भी राहत ना मिले परंतु दूसरा पहलू यह भी है कि यह कानून सिर्फ किसानों के लिए ही सख्त क्यों हैं। दूसरे प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई नहीं  दूसरे प्रदूषण फैलाने वालों पर तो इतनी सख्त कार्रवाई प्रशासन शासन अब तक नहीं कर पाया है। सैकड़ों भट्ठे, राइस मिल, फ्लोर मिल, छीनीं मिल, कपड़ा मिल, प्लांट इतना अधिक  धुआं उगलते हैं कि प्रदूषण प्रभावित होता है। इन पर कभी भी कार्रवाई की बात किसी ने नहीं सुनी होगी। क्या किसान के द्वारा थोड़ी सी पराली जलाने पर वातावरण इतना अधिक प्रभावित

क्या सत्ताधारी पार्टी के नसीब में लिखा है फजीहत का पुलंदा ढोना

  पीलीभीत में भाजपा की जमकर हो रही फजीहत, न नेता खुश न कार्यकर्ताओं को सम्मान यूं तो सत्ताधारी पार्टी सदैव रुतबे में रहती है परंतु पीलीभीत में इस समय सत्ताधारी पार्टी के दुर्दिन चल रहे हैं। कदम कदम पर पार्टी को फजीहत झेलनी पड़ रही है। जी हां हम बात कर रहे हैं केंद्र और प्रदेश में सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी की। आप सबको पता है कि अभी कुछ दिन पहले ही नहर पर भाजपा के जिला मंत्री के साथ मारपीट हुई थी। पहले तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जब भाजपाई सख्त हुए तो दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया परंतु बाद में पार्टी को हालात से समझौता करना पड़ा।  ....खैर यहां तो कुछ गलती भी थी नेता जी की खैर यह मामला इसलिए निपटाना जरूरी था कि इस में सड़क पर भाजपा नेता ने ही पहले रिवाल्वर लहरा कर अशांति का माहौल पैदा किया था, लेकिन जो दूसरे मामले में पार्टी की फजीहत हो रही है उसमें भाजपाई कहीं से भी दोषी नहीं है। सेहरामऊ में पुलिस ने रोकी गांधी संकल्प यात्रा  यह ताजा मामला सेहरामऊ थाना के सामने का है, जहां भाजपा नेताओं को पुलिस ने तब रोक दिया जब वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जन्म